305k
एक साल में वेबसाइट पर हुईं कुल विज़िट
4,900
एक साल में मिलने वाले कुल दान
7,400
एक साल में होने वाले अध्यापकों के कुल रजिस्ट्रेशन
DonorsChoose.org, पब्लिक स्कूल उपलब्ध कराने के लिए प्रमुख प्लैटफ़ॉर्म है. संगठन का मिशन है कि सभी लोग ज़रूरत पड़ने पर स्कूलों को आसानी से मदद उपलब्ध करा सकें और एक ऐसा देश बना सकें, जहां हमारे समुदाय के हर छात्र को बेहतर शिक्षा के लिए उचित संसाधन और अनुभव मिले. चाहे उसके आर्थिक हालात कुछ भी हो. अमेरिका के सभी अध्यापक इस साइट की मदद से छात्रों के लिए ज़रूरी साधनों का अनुरोध करके प्रोजेक्ट तैयार करते हैं और लोग प्रोजेक्ट के लिए दान करते हैं. चूंकि इसकी स्थापना एक अध्यापक ने ही साल 2000 में की थी, इसलिए 30 लाख से ज़्यादा लोगों और सहयोगियों ने प्रोजेक्ट के लिए करीब 53 अरब रुपये मिलियन की रकम दान करके कमज़ोर आर्थिक हालात वाले करीब 3 करोड़ 10 लाख छात्रों की मदद की है. यह शिक्षा के लिए रकम इकट्ठा करने वाला एक अलग तरह का प्लैटफ़ॉर्म है. DonorsChoose.org टीम हर प्रोजेक्ट के अनुरोध की जाँच करती है और सीधे स्कूल तक संसाधन पहुंचाती है.
संगठन अपने मार्केटिंग के बजट को कम रखने की कोशिश करता है और 'Google ऐड ग्रांट' की मदद से दान देने वाले ज़्यादा लोगों और अध्यापकों को आपस में जोड़ता है. DonorsChoose.org, Google Ads की मदद से लोगों में बच्चों की पढ़ाई को लेकर जागरूकता बढ़ाता है, दान को बढ़ावा देता है, अध्यापकों के रजिस्ट्रेशन में बढ़ोतरी करता है और उन्हें नए प्रोजेक्ट के लिए प्रेरित करता है. साथ ही, इस उद्देश्य के लिए और भी बहुत कुछ करता है. येंगसिन कहती हैं, “हमने कन्वर्ज़न ट्रैकिंग तकनीक को अपनाया, ताकि हम अपने मार्केटिंग उद्देश्यों के असर की जाँच कर सकें. दान देने वालों, अध्यापकों और सहयोगियों कि लिए बहुआयामी मार्केटप्लेस के तौर पर, हमारे मार्केटिंग चैनलों को हर तरह के उपयोगकर्ताओं की ज़रूरतों का ख्याल रखना होता है. हम हर समूह के लिए लक्ष्य और उसे पाने के लिए किस तरह के कन्वर्ज़न मेट्रिक का सहारा लेना है, यह तय करते हैं. Google Ads के विज्ञापन परफ़ॉर्मेंस डेटा की मदद से संगठन को बच्चों की पढ़ाई के लिए अध्यापकों की ज़रूरतों और दान देने वाले लोगों के रुझान की सही जानकारी मिलती है.
Google Ads की कन्वर्ज़न ट्रैकिंग की मदद से आंकड़ों को ट्रैक करने की सुविधा के अलावा, DonorsChoose.org, Google Analytics और 'Google डेटा स्टूडियो' का भी इस्तेमाल करता है. येंगसिन कहती हैं, “यहां मौजूद डेटा में काफ़ी जानकारी मौजूद है. आप वेबसाइट पर आने वाले उपयोगकर्ताओं को समझने के लिए, बड़ी से बड़ी और छोटी से छोटी जानकारी देख सकते हैं. संगठन Google Ads डैशबोर्ड का डेटा इस्तेमाल करता है, ताकि यह पक्का किया जा सके कि खाते से जुड़े प्रमुख आंकड़े उद्योग मानकों से बेहतर हैं. परफ़ॉर्मेंस डेटा पर पूरी नज़र रखने से DonorsChoose.org उपयोगकर्ताओं के खातों को ऑप्टिमाइज़ कर सकता है और यह पक्का कर सकता है कि वे अपने 'ऐड ग्रांट' खाते का सही तरीके से इस्तेमाल कर रहे हैं.
Google Analytics के ज़रिए कन्वर्ज़न ट्रैकिंग डेटा और साइट पर उपयोगकर्ताओं के व्यवहार की मदद से उपयोगकर्ताओं के साथ संचार के प्रभाव और कॉल-टू-एक्शन को समझा जा सकता है. इस तरह दर्शकों के साथ बेहतर तरीके से जुड़ने और संचार करने में मदद मिलती है. कन्वर्ज़न डेटा से यह जानकारी मिलती है कि अध्यापकों को किन संसाधनों की सबसे ज़्यादा ज़रूरत है और दान देने वाले नए लोगों से जुड़ने के लिए किस तरह के संदेश दिए जाने चाहिए. येंगसिन कहती हैं “इस जानकारी की मदद से, हम दूसरे मार्केटिंग चैनलों के लिए भी ऐसी संचार व्यवस्था चुन सकते हैं, जो कि Google Ads के साथ बेहतर ढंग से काम करे.”
येंगसिन का कहना है कि “'Google ऐड ग्रांट' की मदद से हम अध्यापकों, दान देने वालों और सहयोगियों के साथ बेहतर ढंग से जुड़ सकते हैं, ताकि स्थानीय तौर पर बच्चों की शिक्षा में बेहतर बदलाव लाए जा सकें. Google Ads की मदद से, हम बच्चों की बेहतर शिक्षा के लिए अध्यापकों की ज़रूरतें पूरी कर सकते हैं और ऐसे दान देने वालों और सहयोगियों से जुड़ सकते हैं, जो सीधे तौर पर सार्वजनिक शिक्षा कार्यक्रम में सहायता कर सकते हैं.” कई सालों में संगठन के 'ऐड ग्रांट' खाते में 30.05 लाख वेबसाइट विज़िट हुईं, 4.9 हज़ार बार दान दिए गए, 7.4 हज़ार अध्यापकों ने रजिस्ट्रेशन किया, 6.6 नए अध्यापकों ने प्रोजेक्ट सबमिट किए और 1.9 हज़ार अध्यापकों ने फ़ॉर्म सबमिट करने के लिए संपर्क किया - साथ ही, क्लिक-थ्रू दर 8.44% रही. कन्वर्ज़न ट्रैकिंग का इस्तेमाल करके Google Ads से काफ़ी बेहतर जानकारी मिलने लगी है और इससे मिलने वाली ज़्यादा जानकारी की मदद से लक्ष्य तय करने में आसानी होती है. येंगसिन कहती हैं, “हमें प्राथमिक कन्वर्ज़न ट्रैकिंग के उद्देश्यों में लगातार विकास और सुधार दिखाई दे रहा है, ऐसा 'ऐड ग्रांट' इस्तेमाल करने की वजह से संभव हो पाया है. एक साल के अंदर ही, हमें अपने विज्ञापनों के ज़रिए करीब 5,000 बार मिले दान से करीब 3 करोड़ 50 लाख रुपये अलग से मिले हैं. हमारे मार्केटप्लेस के हर पहलू पर विज्ञापनों का सीधा असर दिखाई दे रहा है, फिर चाहे बच्चों की शिक्षा के लिए नए प्रोजेक्ट बनाने वाले शिक्षकों का मामला हो या दान देने वालों को प्रेरित करने का मामला हो. अगर 'ऐड ग्रांट' का इस्तेमाल न किया होता, तो हम अपने छोटे से मार्केटिंग बजट की मदद से ऐसे नतीजे नहीं पा सकते थे.”
“DonorsChoose.org में 'Google ऐड ग्रांट' हमारी डिजिटल मार्केटिंग रणनीति का बहुत बड़ा हिस्सा है. Google Ads सबसे ज़्यादा असरदार मार्केटिंग चैनलों में से एक है, जिसकी मदद से हम देश भर में संसाधन उपलब्ध करवाने वाले नए दान देने वालों और शिक्षा के लिए अध्यापकों तक पहुंच सकते हैं. इन विज्ञापनों की मदद से स्थानीय तौर पर शिक्षा के लिए दान करना बहुत आसान हो जाता है.”येंगसिन लाऊ वाके, डिजिटल और ग्रोथ मार्केटिंग, DonorsChoose.org